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Bank: अब किसानों को तुरंत मिलेगा लोन, बैंकों ने अपनाई यह खास तकनीक

02:44 PM Nov 23, 2024 IST | Vikash Beniwal

Bank: आजकल, तकनीकी विकास ने खेती-बाड़ी के क्षेत्र में भी अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। सैटेलाइट इमेज और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से बैंकों ने किसानों को लोन देने की प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और प्रभावी बना दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन (IFC) से समझौता कर बेंगलुरु स्थित कंपनी सैटश्योर के साथ खेती-बाड़ी के रिकॉर्ड को डिजिटल रूप से एकीकृत किया है। इसका उद्देश्य राज्य के 8 करोड़ किसानों को डिजिटल लोन देने में मदद करना है।

कैसे काम करती है यह नई तकनीक?

अब, किसानों को लोन देने के लिए बैंकों को पुराने तरीके से घर-घर जाकर सर्वे करने की जरूरत नहीं है। सैटेलाइट इमेज और AI की मदद से फसलों की सेहत, उत्पादकता, और कृषि की अन्य जानकारी को आसानी से एकत्र किया जा सकता है। इससे बैंकों को यह निर्णय लेने में मदद मिलती है कि किसी किसान को लोन देना है या नहीं।

सैटश्योर का प्रभाव

सैटश्योर एक ऐसी कंपनी है जो सैटेलाइट इमेज की मदद से कृषि रेटिंग्स प्रदान करती है। यह कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करती है, जिससे फसलों का विश्लेषण किया जा सकता है, उनके स्वास्थ्य की स्थिति को मापा जा सकता है, और यह अनुमान लगाया जा सकता है कि कितनी पैदावार होगी। इस तरह की जानकारी बैंकों को सटीकता से प्राप्त होती है, जिससे लोन अप्रूवल की प्रक्रिया में तेजी आती है।

किसानों की इनकम का अनुमान

सैटश्योर का सिस्टम बारिश, तापमान और आर्द्रता जैसे पर्यावरणीय मापदंडों के आधार पर किसानों की संभावित इनकम का आकलन करता है। इससे बैंकों को यह जानकारी मिल जाती है कि किसान अपनी पैदावार से कितना लाभ कमा सकते हैं, और उनके लोन लौटाने की क्षमता का अनुमान भी किया जा सकता है।फसलों का अनुमान और आर्थिक क्षमता के बारे में यह जानकारी सटीक और रीयल-टाइम होती है, जिससे बैंकों को किसानों को लोन देने या न देने का निर्णय तुरंत लिया जा सकता है।

बैंकिंग प्रक्रिया में बदलाव

इस नई तकनीक के तहत, बैंक अपनी प्रणाली में सैटश्योर के API को एकीकृत करते हैं। इससे उन्हें किसी भी खेत के जोखिम और संभावनाओं के बारे में कुछ ही मिनटों में जानकारी मिल जाती है। इससे न केवल लोन के निर्णय में तेजी आती है, बल्कि यह प्रक्रिया पारदर्शी भी बन जाती है।

रिजर्व बैंक और अन्य साझेदार

सैटश्योर ने अपने काम के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के इनोवेशन हब, क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां, और प्रमुख प्राइवेट बैंकों जैसे आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक के साथ समझौता किया है। इसके अलावा, अन्य कंपनियां जैसे ध्रुव स्पेस और पिक्सेल भी सैटेलाइट इमेज के आधार पर कृषि डाटा प्रदान कर रही हैं, जो किसानों की स्थिति का आकलन करने में मदद करती हैं।

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