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Breaking News : पहली बार विदेशी नागरिक का अंगदान, 2 साल के प्रॉस्पर ने बचाई चार जिंदगियाँ

10:45 AM Oct 29, 2024 IST | Vikash Beniwal
breaking news   पहली बार विदेशी नागरिक का अंगदान  2 साल के प्रॉस्पर ने बचाई चार जिंदगियाँ

Breaking News : पीजीआई चंडीगढ़ में एक ऐतिहासिक घटना घटी, जब एक 2 साल के विदेशी बच्चे, प्रॉस्पर (केन्या के केलुंडा कायुम्बा), ने अंगदान कर चार जिंदगियों को रोशन किया। प्रॉस्पर के इस नेक कदम से न केवल भारतीय चिकित्सा जगत में एक नया कीर्तिमान स्थापित हुआ, बल्कि वह देश के सबसे युवा अग्नाशय दाता भी बन गए। इस घटना ने न केवल अंगदान के महत्व को दर्शाया, बल्कि यह मानवता के प्रति एक प्रेरणास्त्रोत बन गया है।

प्रॉस्पर का अंगदान

प्रॉस्पर, एक 2 साल का बच्चा, जिनकी आकस्मिक मौत के बाद उनके परिवार ने अंगदान का निर्णय लिया। इस फैसले के बाद उनके अंगों को चार मरीजों में विभाजित किया गया, जिनमें से प्रॉस्पर ने अग्नाशय (पैंक्रियास) दान किया। यह दान न केवल जीवन रक्षक था, बल्कि इसे चिकित्सा विज्ञान में एक नई दिशा भी मिली।

प्रॉस्पर के अंगदान से चार मरीजों की जिंदगी बची, जिनमें से एक को अग्नाशय (पैंक्रियास) का दान मिला। इससे यह भी साबित हुआ कि अंगदान के जरिए बहुत से मरीजों की जिंदगी बेहतर हो सकती है।

प्रॉस्पर के परिवार का योगदान

प्रॉस्पर के परिवार ने इस कठिन घड़ी में एक बहुत बड़ा फैसला लिया। उन्होंने न केवल अपने बच्चे की मौत को सहन किया, बल्कि दूसरों की जिंदगी बचाने के लिए अपने बेटे के अंग दान करने का साहसिक कदम उठाया। उनके इस कदम से हम सभी को यह समझने को मिला कि अंगदान मानवता की सबसे बड़ी सेवा है।

अंगदान के फायदे

अंगदान से न केवल जीवन बचता है, बल्कि यह चिकित्सा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम भी है। खासतौर पर अग्नाशय (पैंक्रियास) जैसे अंग का दान जीवन के लिए जरूरी होता है। अग्नाशय दान से डायबिटीज जैसे रोगों का इलाज संभव होता है और इसके जरिए कई अन्य अंगों को भी कार्यक्षमता मिलती है।

अंगदान केवल एक व्यक्ति की मदद नहीं करता, बल्कि यह समाज और चिकित्सा के लिए भी एक वरदान साबित हो सकता है। अंगदान से न केवल जीवन बचता है, बल्कि यह जीवन की गुणवत्ता को भी बढ़ाता है। ऐसे में अंगदान को बढ़ावा देने की आवश्यकता है, ताकि और भी लोग इसका लाभ उठा सकें।

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