Expressway: वाहन चालकों की गाड़ियां सरपट दौड़ाएगा यह एक्सप्रेसवे! जानें होगा कितना लंबा और कब तक बनकर होगा तैयार
Exspressway : भारत के सड़क यातायात के क्षेत्र में एक बड़ी परियोजना की शुरुआत हो रही है, जिसका नाम है जामनगर-अमृतसर एक्सप्रेसवे। यह एक्सप्रेसवे, जिसकी लंबाई 1,316 किलोमीटर है, भारत के चार प्रमुख राज्यों पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, और गुजरात को जोड़ने वाला एक अत्याधुनिक ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट है। इस एक्सप्रेसवे से सड़क यात्रा में बहुत बड़ा बदलाव आएगा, जिससे यात्रा के समय में कटौती और सड़क सुरक्षा में सुधार होगा।
विशेषताएं और कनेक्टिविटी
जामनगर-अमृतसर एक्सप्रेसवे की कई महत्वपूर्ण विशेषताएँ हैं, जो इसे एक गेम-चेंजर प्रोजेक्ट बनाती हैं। इस एक्सप्रेसवे के माध्यम से अमृतसर, बीकानेर, जोधपुर, कच्छ और अन्य प्रमुख शहरों के बीच यात्रा को सुगम और तेज़ बनाया जाएगा। साथ ही, यह एक्सप्रेसवे दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे से भी जुड़ने वाला है, जिससे जम्मू और दिल्ली तक की यात्रा में सुधार होगा।
परियोजना की लागत और प्रभाव
इस विशाल प्रोजेक्ट की कुल लागत ₹26,000 करोड़ अनुमानित है। इस परियोजना का उद्देश्य केवल राज्य और शहरों की कनेक्टिविटी को सुधारना नहीं है, बल्कि यह माल ढुलाई के समय में भी कमी लाएगा, जिससे देश की आर्थिक वृद्धि को मजबूती मिलेगी।
खण्डों की प्रगति और भविष्य की योजनाएँ
इस एक्सप्रेसवे का निर्माण चरणों में किया जा रहा है, और कई खंड पहले ही चालू हो चुके हैं। विशेष रूप से, हरियाणा और राजस्थान के कुछ हिस्सों का निर्माण 2022 में ही पूरा हो चुका था। यह 6-लेन एक्सप्रेसवे है, लेकिन इसे भविष्य में 8-लेन तक विस्तारित किया जा सकता है, ताकि बढ़ते यातायात को भी समाहित किया जा सके।
यह एक्सप्रेसवे न केवल राज्यों के बीच यात्रा को तीव्र बनाएगा, बल्कि यह सड़क सुरक्षा और यातायात प्रबंधन में भी सुधार करेगा। यात्रियों को सुगम मार्ग, कम ट्रैफिक, और बेहतर सड़क सुरक्षा के कारण एक बेहतर यात्रा अनुभव मिलेगा। इसके साथ ही, एक्सप्रेसवे पर आधुनिक सुविधाएं जैसे इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन और आपातकालीन कॉलिंग बूथ की मौजूदगी सुनिश्चित करेगी कि यात्रियों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।