Expressway: यूपी के इस एक्सप्रेसवे से पूर्वांचल की होगी मौज, इन राज्यों को मिलेगा तगड़ा फायदा
Expressway: उत्तर प्रदेश अपने विकास की दिशा में एक नया मील का पत्थर जोड़ने जा रहा है. गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे के निर्माण से गोरखपुर और सिलीगुड़ी के बीच की 600 किलोमीटर की दूरी अब मात्र 9 घंटे में पूरी की जा सकेगी. जिससे पहले 15 घंटे लगते थे.
2028 तक पूर्ण होने का लक्ष्य
यह एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल को जोड़ेगा. जिसकी कुल लंबाई 519 किलोमीटर है. इसे 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य सरकार ने निर्धारित किया है.
तीन जिलों को मिलेगी सीधी सुविधा
इस एक्सप्रेस-वे से गोरखपुर, कुशीनगर और देवरिया जैसे उत्तर प्रदेश के तीन जिलों को लाभ होगा. इससे इन जिलों के 111 गांवों में विकास के नए द्वार खुलेंगे.
बिहार से जुड़ेंगे महत्वपूर्ण जिले
यह एक्सप्रेस-वे बिहार के 8 प्रमुख जिलों को जोड़ेगा. जिसमें पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी और किशनगंज शामिल हैं. इससे क्षेत्रीय संपर्क में वृद्धि होगी और स्थानीय व्यापार को बढ़ावा मिलेगा.
एक्सप्रेसवे के तीन राज्यों के मध्य संबंध
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी का काम करेगा. जिससे इन राज्यों के बीच की दूरियां कम होंगी और विकास के नए अवसर सृजित होंगे.
संपर्क और विकास की नई संभावनाएँ
यह एक्सप्रेस-वे क्षेत्रीय विकास को नई दिशा प्रदान करेगा और क्षेत्र की समग्र आर्थिक स्थिति में सुधार करेगा. साथ ही स्थानीय निवासियों के लिए रोजगार के नए अवसर उत्पन्न करेगा.
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे
इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण न केवल यात्रा के समय को कम करेगा बल्कि यह उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के बीच व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा देगा.