Sugarcane Farming: गन्ने की खेती के लिए सरकार दे रही 90 लाख की सब्सिडी, जाने कैसे कर सकते है आवेदन
Sugarcane Farming: गन्ना उत्पादक किसानों के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई गन्ना यांत्रिकरण योजना (Sugarcane Mechanization Scheme) एक बड़ी खुशखबरी लेकर आई है. बिहार सरकार ने राज्य के किसानों को गन्ने की खेती (Sugarcane Farming) में आधुनिक कृषि यंत्रों का उपयोग बढ़ाने के लिए 50 से 60 प्रतिशत तक का अनुदान देने का ऐलान किया है. इस कदम से राज्य के किसान अब महाराष्ट्र की तरह गन्ने की उन्नत खेती (Advanced Farming of sugarcane) कर सकेंगे. साथ ही सरकार ने गन्ना उद्योग विभाग के माध्यम से अधिसूचना जारी कर दी है. जिसमें अनुदान प्राप्त करने की प्रक्रिया और पात्रता के बारे में विस्तार से बताया गया है.
यांत्रिकरण योजना से किसानों को क्या मिलेगा लाभ?
बिहार में गन्ना उत्पादक किसान अभी तक परंपरागत तरीकों से गन्ने की खेती (Sugarcane Cultivation) करते थे. जिससे उत्पादन में उतनी बढ़ोतरी नहीं हो पाती थी. लेकिन गन्ना यांत्रिकरण योजना (Sugarcane Mechanization Yojana) से अब गन्ने की खेती में आधुनिक कृषि यंत्रों का उपयोग बढ़ेगा. इसके परिणामस्वरूप गन्ने का उत्पादन बढ़ेगा और किसानों की आय (Farmers Income) में भी बढ़ोतरी होगी. इसके अलावा गन्ने से उत्पादित चीनी और इथेनॉल (Ethanol Production) के उत्पादन में भी बढ़ोतरी होगी. इस योजना के तहत किसानों को बीज उपचार बुवाई से लेकर कटाई तक के लिए यंत्रों पर 50 से 60 प्रतिशत तक अनुदान मिलेगा.
कृषि यंत्रों पर अनुदान की विशेषताएं
गन्ना यांत्रिकरण योजना के तहत किसानों को बीज उपचार, बुवाई, खरपतवार नियंत्रण, गन्ना कटाई और गन्ने से जूस निकालने के लिए कृषि यंत्रों पर अनुदान मिलेगा. इससे किसान ना सिर्फ अपनी खेती में आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर पाएंगे. बल्कि उनका उत्पादन भी बढ़ेगा. यांत्रिकरण के अंतर्गत शुगरकेन हार्वेस्टर जैसे महंगे यंत्रों (Sugarcane Harvester) पर भी अनुदान मिलेगा, जिसकी कीमत लगभग 96 लाख रुपये है. इसके साथ ही किसान समूह (Farmers Group) और चीनी मिलों (Sugar Mills) को फार्म मशीनरी बैंक (Farm Machinery Bank) स्थापित करने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा.
अनुदान की प्रक्रिया और पात्रता
राज्य सरकार ने गन्ना यांत्रिकरण योजना के तहत किसानों के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है. अब किसान और किसान समूह (Farmers Group) इस योजना का लाभ उठाने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. आवेदन के बाद रैंडमाइजेशन के माध्यम से चयनित किसानों या समूह की पात्रता की जांच की जाएगी. स्वीकृति पत्र जारी होने के बाद 30 दिनों के अंदर यंत्र (Machine) की खरीद अनिवार्य होगी. इस प्रकार योजना की प्रक्रिया सरल और पारदर्शी (Transparent Process) होगी. ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान इसका लाभ उठा सकें.
किसानों के लिए क्या हैं पात्रता मानदंड?
गन्ना यांत्रिकरण योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को कुछ पात्रता मानदंड (Eligibility Criteria) पूरे करने होंगे. योजना के तहत एक किसान को तीन कृषि यंत्रों पर अनुदान मिल सकता है. इसके अलावा किसान समूह, प्राथमिक कृषि ऋण समितियां (PACS), जीविका समूह (Jeevika Group) और आत्मा से पंजीकृत गन्ना किसान समूह भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं. इन समूहों को फार्म मशीनरी बैंक स्थापित करने के लिए अनुदान मिलेगा. योजना के तहत किसान समूह को ट्रैक्टर, डीजल इंजन और शुगरकेन जूसर मशीन जैसी यांत्रिक यंत्रों की खरीद पर अनुदान (Subsidy) मिलेगा.
किसान समूह और चीनी मिलों को मिलेगा यांत्रिकरण का लाभ
गन्ना यांत्रिकरण योजना के तहत किसान समूह (Farmers Group) को 70 फीसदी या अधिकतम 8.08 लाख रुपये तक का अनुदान मिलेगा. इसके अलावा चीनी मिलों (Sugar Mills) को भी फार्म मशीनरी बैंक स्थापित करने के लिए अनुदान मिलेगा. इससे लघु और सीमांत किसानों (Small Farmers) को भी आधुनिक कृषि यंत्रों का लाभ मिलेगा. जिससे उनकी कृषि उत्पादन क्षमता बढ़ेगी. इस योजना से किसानों को समय की बचत होगी और खेतों की तैयारियों और कटाई में भी आसानी होगी.