Haryana News: गुरुग्राम की इन 4000 कंपनियों पर लटकी एक्शन की तलवार, ये है असली कारण
Haryana News: गुरुग्राम जो राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सटे हुए एक प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र है. वहां प्रदूषण बढ़ाने वाले चार हजार उद्योगों पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Pollution Control Board) की गहन नज़र है. ये उद्योग डीजल संचालित जनरेटरों का इस्तेमाल करते हैं. जिनमें अवश्यक ड्यूल किट नहीं लगाई गई है. जिससे प्रदूषण में वृद्धि हो रही है.
GRAP के चरण और उसके प्रभाव
दिल्ली-NCR में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (Graded Response Action Plan - GRAP) का चौथा चरण लागू किया गया है. इस चरण के तहत, डीजल जेनरेटरों के उपयोग पर कड़ी पाबंदियां लगाई गई हैं. जिससे वायु गुणवत्ता (air quality) में सुधार हो सके.
उद्योगों में नियंत्रण के प्रयास
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की छह टीमें इन उद्योगों में जेनरेटर सेटों पर कार्रवाई कर रही हैं. मानेसर, उद्योग विहार और सेक्टर-37 में कई कंपनियाँ पहले ही अपने जनरेटरों में ड्यूल किट (dual fuel kits) का उपयोग शुरू कर चुकी हैं.
दिल्ली-NCR की बिगड़ती वायु गुणवत्ता
दिल्ली-NCR का प्रदूषण स्तर बेहद गंभीर श्रेणी में पहुँच गया है, जिससे आम लोगों का स्वास्थ्य (public health) गंभीर रूप से प्रभावित हो रहा है. GRAP के चौथे चरण को लागू करने के बाद भी इन उपायों की सफलता अभी भी उद्योगों के सहयोग पर निर्भर करती है.