Haryana: नूंह के उजीना ड्रेन पर बनेगा चार लेन का नया पुल, छह लाख लोगों को मिलेगा फायदा
Haryana: हरियाणा के नूंह जिले के ग्रामीणों के लिए 20 नवंबर 2024 को एक राहत भरी खबर आई है। नूंह के गांव शिकरावा में स्थित उजीना ड्रेन पर जल्द ही चार लेन का नया पुल बनने वाला है। इस पुल की कुल लंबाई 600 मीटर होगी और निर्माण कार्य नए साल से शुरू होगा। इसके लिए प्रशासन ने लगभग तीन करोड़ रुपये की लागत तय की है।
छह साल से खस्ता हाल में है पुल
गांव शिकरावा में स्थित यह पुल पिछले छह वर्षों से जर्जर हालत में है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल इतना कमजोर हो चुका है कि कभी भी गिर सकता है। हालांकि, प्रशासन ने अभी तक न तो मरम्मत करवाई और न ही इसे दोबारा बनाने की प्रक्रिया शुरू की।
स्थानीय निवासी जुबैर, इरशाद और समीम ने बताया कि ग्रामीण इस पुल के पुनर्निर्माण की मांग कई बार कर चुके हैं। बावजूद इसके, उनकी समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। "यहां हर दिन हादसे का खतरा बना रहता है," उन्होंने कहा।
सितंबर 2024 में हुआ था बड़ा हादसा
सितंबर 2024 में उजीना ड्रेन के टूटने से आसपास के कई गांवों में पानी भर गया था। इससे खेत और घर पानी में डूब गए थे। सैकड़ों ग्रामीणों को नुकसान उठाना पड़ा। इस घटना ने प्रशासन का ध्यान खींचा और अब पुल को नए सिरे से बनाने का फैसला लिया गया है।
गांवों को मिलेगी बड़ी राहत
उजीना ड्रेन पर 24 फुट चौड़ा और 60 फुट लंबा नया पुल बनाने का प्रस्ताव है। इससे गांव अकबरपुर, गंगवानी, झारपुडी, बादली और मामलीका सहित लगभग एक दर्जन गांवों के करीब छह लाख लोगों को फायदा होगा।
वर्तमान में खस्ताहाल पुल से गुजरना लोगों के लिए बड़ी परेशानी बन चुका है। सड़क दुर्घटनाएं और आवाजाही में दिक्कतें आम हो गई हैं। नया पुल बनने के बाद इन समस्याओं का समाधान हो जाएगा।
जनस्वास्थ्य विभाग ने दिए टेंडर
जनस्वास्थ्य विभाग, नूंह के कार्यकारी अभियंता दीपेंद्र राज ने कहा, "गांव उजीना में करीब 60 साल पुराना पुल है। यह अब उपयोग करने योग्य नहीं है। इसके स्थान पर नया पुल बनाया जाएगा। टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और अगले माह से निर्माण कार्य शुरू होगा।"
नया पुल न केवल ग्रामीणों की आवाजाही को आसान बनाएगा, बल्कि आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा। इस क्षेत्र के किसान और व्यापारी अपने उत्पादों को आसानी से बाजार तक पहुंचा सकेंगे।
स्थानीय लोग कर रहे हैं राहत महसूस
ग्रामीणों ने इस फैसले पर खुशी जताई है। वे लंबे समय से इस समस्या से जूझ रहे थे। अब उम्मीद है कि नया पुल उनकी जिंदगी में बड़ा बदलाव लाएगा। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन को समय पर निर्माण कार्य पूरा करना चाहिए ताकि वे जल्द से जल्द इसका लाभ उठा सकें।
पुराने पुल से जुड़े हादसे और खतरे
पुराने पुल की हालत ऐसी हो चुकी थी कि बरसात के मौसम में इसकी समस्या और भी बढ़ जाती थी। कई बार ड्रेन का पानी सड़क पर आ जाता था, जिससे गाड़ियों का निकलना मुश्किल हो जाता था। कुछ हादसे भी हो चुके हैं जिनमें लोगों को चोटें आईं।
तीन करोड़ रुपये का होगा खर्च
नए पुल का निर्माण लगभग तीन करोड़ रुपये की लागत से होगा। यह निवेश न केवल स्थानीय लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर किया गया है, बल्कि यह क्षेत्र के विकास को भी गति देगा।
प्रशासन की सक्रियता पर सवाल
हालांकि, पुल निर्माण की प्रक्रिया शुरू होने से पहले प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठते रहे हैं। ग्रामीणों ने कई बार शिकायतें कीं, लेकिन प्रशासन ने काफी समय बाद इस ओर ध्यान दिया।