Haryana Ka Mausam: हरियाणा में एकबार फिर बारिश के लिए हो जाए तैयार, इन 2 दिनों में बारिश की संभावना
Haryana Ka Mausam: हरियाणा में आज मौसम विभाग ने घनी धुंध और शीतलहर का अलर्ट जारी किया है. विशेष रूप से सिरसा, फतेहाबाद, अंबाला, पंचकूला, यमुनानगर और करनाल जैसे छह जिलों में तापमान में गिरावट देखी जा सकती है. इसके अतिरिक्त कैथल, कुरूक्षेत्र, पानीपत, सोनीपत, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, नूंह, फरीदाबाद और पलवल में भी धुंध की स्थिति बनी रहेगी.
मौसम विभाग की चेतावनी
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के मौसम वैज्ञानिक डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि 26 दिसंबर की रात को आने वाला पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) मैदानी क्षेत्रों में भी असर डाल सकता है. इसके कारण 27 और 28 दिसंबर को प्रदेश के सभी क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश (Light to Moderate Rainfall) की संभावना है. इससे न केवल तापमान में गिरावट आएगी बल्कि धुंध में भी वृद्धि होगी.
तापमान में गिरावट
हरियाणा के पानीपत और करनाल जिलों में न्यूनतम तापमान (Minimum Temperature) की रातें सबसे ठंडी दर्ज की गईं. पानीपत में तापमान 8.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया, जबकि करनाल में यह 8.8 डिग्री सेल्सियस रहा. यह तापमान पिछले कुछ दिनों के मुकाबले काफी कम है, जिससे ठंडी हवाओं का असर और भी अधिक महसूस किया जा सकता है.
धुंध और दृश्यता
घनी धुंध के कारण हरियाणा के कई भागों में दृश्यता में काफी कमी आई है. यह विशेष रूप से वाहन चालकों के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि धुंध यातायात दुर्घटनाओं (Traffic Accidents) का कारण बन सकती है. इसलिए, यात्रा करते समय अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है.
स्वास्थ्य सलाह और सावधानियां
मौसमी बदलाव के दौरान विशेष रूप से बुजुर्गों और बच्चों को अधिक ध्यान रखने की जरूरत है. शीतलहर के प्रभाव से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनना, घरों में उचित हीटिंग व्यवस्था का इस्तेमाल करना और विटामिन सी युक्त आहार लेना चाहिए. इसके अलावा, धुंध के कारण होने वाली श्वास संबंधी समस्याओं से बचाव के लिए इनडोर रहने का प्रयास करें.
आने वाले दिनों का मौसम पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान लगाया है, जिससे तापमान में और अधिक गिरावट आ सकती है. यह बारिश धुंध को कम करने में मदद कर सकती है और वातावरण को साफ कर सकती है. हालांकि, निवासियों को मौसम की स्थिति पर नज़र रखनी चाहिए और यथासंभव घर के अंदर रहने की कोशिश करनी चाहिए.