Haryana News : हरियाणा में इन जिलों का होगा विकास! खुलेंगे 198 नए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, सीएम सैनी ने दिया बड़ा ब्यान
Haryana News : हरियाणा सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। प्रदेश में 198 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (HWCs) स्थापित किए जाएंगे, जो स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को और भी सुलभ बनाएंगे। इन केंद्रों के माध्यम से सरकार का उद्देश्य न केवल स्वास्थ्य सेवाओं को हर एक गांव तक पहुंचाना है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में नागरिकों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाना भी है।
आयुष्मान भारत योजना के तहत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर
आयुष्मान भारत योजना के तहत राज्य में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की स्थापना एक क्रांतिकारी कदम है। इन सेंटरों के माध्यम से, राज्य सरकार ग्रामीण इलाकों में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतर सुविधा प्रदान करेगी। ये सेंटर प्राथमिक चिकित्सा, स्वास्थ्य परीक्षण, टीकाकरण और अन्य स्वास्थ्य सेवाओं के लिए कार्य करेंगे।
प्रत्येक सेंटर की लागत
प्रत्येक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की बिल्डिंग बनाने में 40 लाख रुपये की लागत आएगी। इस परियोजना के तहत सरकारी प्रयास यह सुनिश्चित करेंगे कि हर ग्रामीण इलाके में अच्छे स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। इसके लिए केंद्रों का निर्माण बड़े पैमाने पर किया जा रहा है, ताकि हर एक ग्राम पंचायत को स्वास्थ्य सेवाओं की प्राथमिक सुविधाएं आसानी से मिल सकें।
जिलेवार सेंटर की संख्या
हरियाणा के विभिन्न जिलों में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों की स्थापना की जाएगी, जिसमें कुछ प्रमुख जिलों में बड़ी संख्या में सेंटर खोले जाएंगे। सबसे ज्यादा 45 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर रेवाड़ी जिले में खुलेंगे। इसके बाद पानीपत में 24 और जींद जिले में 21 सेंटर खोले जाएंगे।
रोगों का इलाज, दवाएं और चिकित्सकीय सहायता।बच्चों और बुजुर्गों के लिए आवश्यक टीके।रक्तचाप, शुगर और अन्य बुनियादी स्वास्थ्य परीक्षण। लोगों को स्वस्थ जीवनशैली और स्वच्छता के बारे में जानकारी देना।
यह पहल ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को एक नई दिशा देगी। इन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों के माध्यम से हर गांव में स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ और किफायती हो सकेंगी, जिससे स्वास्थ्य संकट को रोका जा सकेगा और लोगों के जीवन स्तर में सुधार हो सकेगा। इसके अलावा, इस परियोजना से स्वास्थ्य के क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे।