For the best experience, open
https://m.dharataltv.com
on your mobile browser.

पहली बार में प्रीलिम्स भी नहीं हुआ पास, फिर कैसे बनी IAS? पढ़ें IAS ऑफिसर अर्पिता थुबे की स्टोरी

07:03 PM Nov 04, 2024 IST | Vikash Beniwal
पहली बार में प्रीलिम्स भी नहीं हुआ पास  फिर कैसे बनी ias  पढ़ें ias ऑफिसर अर्पिता थुबे की स्टोरी

UPSC: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) सिविल सेवा परीक्षा भारत की सबसे कठिन और चुनौतीपूर्ण परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। हर साल लाखों युवा इस परीक्षा में सफलता पाने का सपना देखते हैं, लेकिन केवल कुछ ही लोग इसे पार कर पाते हैं। इस कठिन यात्रा में सफलता प्राप्त करने के लिए न सिर्फ कड़ी मेहनत, बल्कि निरंतर प्रयास, समर्पण और दृढ़ निश्चय की आवश्यकता होती है। ऐसी ही एक प्रेरणादायक कहानी है IAS अर्पिता थुबे की, जिन्होंने अपनी असफलताओं को अपने लक्ष्य की ओर बढ़ने का एक कदम और बना दिया।

अर्पिता थुबे महाराष्ट्र के ठाणे शहर की रहने वाली हैं और उनका बचपन से ही एकेडमिक रिकॉर्ड शानदार रहा है। उन्होंने सरदार पटेल कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। उनका हमेशा से एक ही सपना था – देश की सेवा करना। इसी उद्देश्य को लेकर उन्होंने UPSC की परीक्षा में बैठने का निर्णय लिया।

अर्पिता ने पहली बार 2019 में UPSC की परीक्षा दी, लेकिन वह प्रीलिम्स भी पास नहीं कर सकीं। यह उनके लिए बड़ा झटका था, लेकिन उन्होंने इसे हार मानने के बजाय एक सीख के रूप में लिया। उन्होंने खुद को इस असफलता से उठाकर दोबारा तैयारी शुरू की।

2020 में अर्पिता ने अपनी तैयारी को और मजबूत किया और 383वीं रैंक प्राप्त करते हुए भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में अपनी जगह बनाई। हालांकि, उनका असली सपना भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में शामिल होना था।

2021 में अर्पिता ने एक और प्रयास किया, लेकिन इस बार भी वह अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाईं। लेकिन उनका हौसला कभी कम नहीं हुआ, और उन्होंने असफलता को फिर से सीखने का अवसर माना।

अर्पिता ने अपने IPS ड्यूटी से छुट्टी ली और अपना पूरा समय IAS की तैयारी में झोंक दिया। 2022 में उनका समर्पण और मेहनत रंग लाई, और उन्होंने IAS में सफलता प्राप्त की। उन्होंने 214वीं रैंक हासिल की और अपने सपने को साकार किया।

अर्पिता थुबे की सफलता यह साबित करती है कि असफलताएं अंत नहीं होतीं। असफलता से केवल सीखने का अवसर मिलता है और अगर मेहनत और आत्मविश्वास मजबूत हो, तो सफलता निश्चित रूप से मिलती है। अर्पिता ने यह भी साबित किया कि हर बार असफल होने के बाद भी फिर से उठकर प्रयास करना चाहिए।

Tags :