UPSC के लिए छोड़ी डॉक्टरी, पढिए IPS IPS Navjot Simi की कहानी
Success Story: भारत में यूपीएससी परीक्षा पास करना लाखों युवाओं का सपना होता है। हर साल लाखों विद्यार्थी इस परीक्षा की तैयारी में जुटते हैं, लेकिन सफलता कुछ ही को मिल पाती है। इस परीक्षा को पास करने के लिए कड़ी मेहनत, समर्पण और दृढ़ निश्चय की आवश्यकता होती है। कुछ लोग इस सफर में इतना अविश्वसनीय काम करते हैं कि वे दूसरों के लिए प्रेरणा बन जाते हैं। आईपीएस नवजोत सिमी एक ऐसी ही प्रेरणास्त्रोत हैं।
नवजोत सिमी का जीवन एक प्रेरणा है, जिसने अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की। एक समय था जब वह डेंटिस्ट के तौर पर काम कर रही थीं, लेकिन उन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए इस करियर को छोड़ दिया और यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। आइए जानते हैं नवजोत सिमी के सफर के बारे में।
नवजोत सिमी का जन्म 21 दिसंबर 1987 को पंजाब के गुरदासपुर जिले में हुआ था। उनके पिता हंस राज एक ब्रांच मैनेजर के रूप में यूनियन बैंक में कार्यरत थे और उनकी मां एक गृहिणी हैं। सिमी का परिवार हमेशा से ही शिक्षा के महत्व को समझता था, और यही वजह थी कि सिमी ने अपनी शिक्षा के क्षेत्र में बहुत अच्छे परिणाम हासिल किए।
उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा के बाद बाबा जसवंत सिंह डेंटल हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, लुधियाना से बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (BDS) की पढ़ाई की। इसके बाद सिमी ने कुछ समय तक एक डेंटिस्ट के तौर पर काम किया, लेकिन उनका सपना कुछ और था – वह एक दिन आईपीएस अधिकारी बनना चाहती थीं।
सिमी ने अपनी डेंटिस्ट की नौकरी को छोड़कर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की। दिल्ली में उन्होंने कोचिंग ली और अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित किया। नवजोत सिमी ने अपनी मेहनत और दृढ़ निश्चय से यूपीएससी परीक्षा के पहले ही प्रयास में सफलता प्राप्त की।
उनका सपना साकार हुआ, और उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 735 हासिल की। इसके बाद उन्हें बिहार कैडर आवंटित हुआ, और सिमी ने अपनी आईपीएस ट्रेनिंग की शुरुआत हैदराबाद स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी से की।
नवजोत सिमी की शादी एक और प्रतिभाशाली सरकारी अफसर से हुई है। उनके पति आईएएस अधिकारी हैं, जो खुद एक प्रेरणास्त्रोत हैं। नवजोत सिमी और उनके पति दोनों ने मिलकर अपने-अपने क्षेत्रों में सफलता की मिसाल पेश की है।