MAARS Platform: आईटीसी का नया कदम, किसानों के लिए MAARS प्लेटफॉर्म से होगा लाभ
MAARS Platform: आईटीसी (ITC) ने भारतीय किसानों के लिए एक अहम कदम उठाया है। कंपनी ने अपने उन्नत कृषि ग्रामीण सेवाओं (MAARS) के तहत मेटा मार्केट के माध्यम से 4,000 से अधिक किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को जोड़ने का लक्ष्य तय किया है, जिससे 1 करोड़ किसानों को लाभ मिलेगा। यह कदम भारतीय कृषि को डिजिटल और उन्नत बनाने में मदद करेगा, साथ ही किसानों को कई नई सेवाएं जैसे फसल बीमा, मौसम संबंधी चेतावनियां, और खेतों की जियो-टैगिंग जैसी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
MAARS प्लेटफॉर्म: किसानों को क्या मिलेगा?
MAARS प्लेटफॉर्म का उद्देश्य किसानों को सीधे उनके खेतों तक सेवाएं पहुंचाना है, जिससे वे बेहतर उत्पादन, उर्वरक का उपयोग और फसल बीमा जैसी सुविधाओं का लाभ उठा सकें। आईटीसी का यह प्लेटफॉर्म किसानों को खेत पर खरीद की सुविधा, लोन तक पहुंच, और कृषि तकनीक से जुड़ी सेवाएं प्रदान करेगा।
MAARS प्लेटफॉर्म पर आने वाली नई सेवाएं
किसानों को फसल बीमा से संबंधित सेवाएं प्रदान की जाएंगी, जिससे वे प्राकृतिक आपदाओं से बच सकेंगे। किसानों को उनके क्षेत्र के लिए मौसम की पूर्व चेतावनियां मिलेंगी, जिससे वे अपनी फसलों का बेहतर तरीके से प्रबंधन कर सकेंगे। खेतों को जियो-टैग किया जाएगा, जिससे उपज का ट्रैकिंग आसान होगा और उत्पादन की गुणवत्ता को बढ़ावा मिलेगा।
आईटीसी की कृषि-व्यवसाय में विस्तार
आईटीसी का MAARS प्लेटफॉर्म, जो पहले से ही 1,700 एफपीओ के 10.7 लाख किसानों को जोड़ चुका है, अब इसे 4,000 एफपीओ तक बढ़ाया जाएगा। इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके किसान किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से बैंक लोन ले सकेंगे और उनके लिए उर्वरक, बीज, और तकनीकी सेवाएं आसानी से उपलब्ध हो सकेंगी। आईटीसी की योजना मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और बिहार में इस नेटवर्क का विस्तार करने की है, ताकि और अधिक किसान इस डिजिटल प्लेटफॉर्म का लाभ उठा सकें।
आईटीसी के प्रमुख लाभ
आईटीसी किसानों से सीधे उनके खेतों से उत्पाद खरीदता है, जिससे उन्हें मंडियों की परेशानियों से बचने का अवसर मिलता है। किसान उर्वरक और पोषक तत्वों के ड्रोन-आधारित सेवाओं तक पहुंच सकते हैं। किसानों को बैंक लोन तक आसानी से पहुंच मिलेगी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकेगी।
आईटीसी का कृषि क्षेत्र में प्रभाव
आईटीसी ने पहले से ही भारत के विभिन्न राज्यों में अपनी उपस्थिति बढ़ाई है और लगभग 3 मिलियन टन कृषि उत्पादों की खरीद करता है, जिसमें गेहूं, मक्का, सोयाबीन, और अन्य फसलों की खरीद शामिल है। कंपनी की योजना इन कृषि उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार करने और किसानों की आय बढ़ाने की है।
आईटीसी के ई-चौपाल नेटवर्क के जरिए किसान बिना किसी बिचौलिए के अपने उत्पादों को सीधे कंपनी को बेच सकते हैं। इस नेटवर्क से जुड़ी 9,000 करोड़ रुपये से अधिक की आशीर्वाद ब्रांड के तहत गेहूं की बिक्री हुई है।