For the best experience, open
https://m.dharataltv.com
on your mobile browser.

Kanpur Ring Road: UP के इस जिले में बनेगा 93KM का रिंग रोड, 700 हेक्टेयर जमीन का होगा अधिग्रहण

06:53 PM Dec 13, 2024 IST | Uggersain Sharma
kanpur ring road  up के इस जिले में बनेगा 93km का रिंग रोड  700 हेक्टेयर जमीन का होगा अधिग्रहण

Kanpur Ring Road: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने कानपुर में एक विशाल और महत्वपूर्ण परियोजना का आरंभ किया है. यह 93.20 किलोमीटर लंबी रिंग रोड (Ring Road) की योजना है जो शहर के चारों ओर बनाई जाएगी. इस परियोजना को पांच अलग-अलग पैकेजों (project packages) में पूरा किया जाएगा, जिससे इसे क्रमबद्ध तरीके से अंजाम दिया जा सके. पर्यावरण और वन मंत्रालय (Ministry of Environment and Forests) से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) प्राप्त होने के बाद, इस परियोजना को 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इस परियोजना के माध्यम से कानपुर शहर की यातायात व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव आने की उम्मीद है.

जमीन अधिग्रहण और परियोजना की जानकारी

पहले पैकेज के तहत सचेंडी से महाराजपुर तक 23.32 किलोमीटर लंबे हिस्से का जमीन अधिग्रहण (land acquisition) पहले ही पूरा कर लिया गया है. यह रिंग रोड परियोजना कुल 93.20 किलोमीटर लंबी होगी और इसके लिए कुल 700 हेक्टेयर जमीन की जरूरत होगी. यह रोड कानपुर शहर को उसके आस-पास के जिलों से जोड़ने का काम करेगी, जिससे शहर के बाहरी यातायात का बोझ कम होगा और स्थानीय यातायात को अधिक सुगम बनाया जा सकेगा.

रिंग रोड परियोजना के आर्थिक पहलू

केंद्र सरकार (Central Government) ने इस रिंग रोड परियोजना के लिए 40 अरब 77 करोड़ रुपये का बजट (budget) आवंटित किया है. यह परियोजना केवल यातायात को सुधारने में ही मदद नहीं करेगी, बल्कि इससे स्थानीय व्यापार और पर्यटन (local trade and tourism) को भी बढ़ावा मिलेगा. रिंग रोड के निर्माण से संबंधित निवेश से अधिक आर्थिक विकास (economic growth) की संभावनाएं भी जुड़ी हैं, जिससे कानपुर और उसके आस-पास के क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर (employment opportunities) भी पैदा होंगे.

सड़क निर्माण और रखरखाव की नई तकनीकें

NHAI ने रिंग रोड परियोजना को ईपीसी मोड (EPC mode) में बनाने की योजना बनाई है, जिसमें इंजीनियरिंग, प्रिक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन सभी कार्य एक साथ किए जाएंगे. यह मोड परियोजना के तेज और कुशल क्रियान्वयन में मदद करेगा. इसके अलावा बीओटी मोड (BOT mode) के तहत काम करने वाली कंपनियां भी इस परियोजना में अपना योगदान दे रही हैं जिसमें वे सड़क का निर्माण करने के साथ ही कुछ समय तक उसका रखरखाव भी करेंगे और टोल वसूली का काम भी संभालेंगे.

Tags :