किआ इंडिया ने बनाया विदेशियों को दीवाना! निर्यात हो चुका एक लाख यूनिट पार
आ इंडिया ने बनाया विदेशियों को दीवाना!
किआ इंडिया (Kia India) ने अपनी महत्वाकांक्षी निर्यात योजनाओं को लेकर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। कंपनी ने जून 2020 में शिपमेंट शुरू करने के बाद अब तक 1 लाख यूनिट्स के निर्यात का आंकड़ा पार कर लिया है। यह मील का पत्थर किआ इंडिया की वैश्विक ऑटोमोटिव सप्लाई चैन में बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है। इसके साथ ही कंपनी ने ग्लोबल ऑटोमोटिव डिमांड को पूरा करने में अपनी मजबूत भूमिका को साबित किया है। आइए जानते हैं इस सफलता की पूरी कहानी।
किआ इंडिया का निर्यात
किआ इंडिया ने अब तक 3.67 लाख यूनिट्स निर्यात किए हैं, जो कंपनी के निर्यात पोर्टफोलियो की मजबूती और वैश्विक बाजारों में बढ़ती उपस्थिति को दर्शाता है। यह निर्यात मुख्य रूप से किआ के सेल्टोस, सोनेट और कैरेंस जैसे प्रमुख मॉडलों के रूप में किया गया है, जो इन क्षेत्रों में उपभोक्ताओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं।
निर्यात किए गए प्रमुख मॉडल
सेल्टोस एक पॉपुलर एसयूवी है जो विश्वभर में किआ के निर्यात में अहम भूमिका निभा रही है। सोनेट एक कॉम्पैक्ट एसयूवी है जो छोटे और मंहगे बाजारों में अपनी अपील बढ़ा रही है। कैरेंस एक मल्टी-परपज वीहिकल है जो वैश्विक बाजारों में बड़ी सफलता प्राप्त कर रहा है।
किआ का वैश्विक योगदान
किआ इंडिया, किआ कॉर्पोरेशन (Kia Corporation) के ग्लोबल CKD (Completely Knocked Down) निर्यात वॉल्यूम का लगभग 50 प्रतिशत योगदान देती है। इसका मतलब है कि भारतीय मैन्युफैक्चरिंग और लॉजिस्टिक नेटवर्क किआ के लिए ग्लोबल डिमांड को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
निर्यात बाजारों की सूची
किआ के निर्यात में मिडल ईस्ट, अफ्रीका, उज़्बेकिस्तान, इक्वाडोर और वियतनाम जैसे प्रमुख और रणनीतिक विकासशील बाजार शामिल हैं। बढ़ती डिमांड के कारण किआ इंडिया के लिए इन बाजारों में विस्तार की अपार संभावनाएं हैं। 2024 में इन बाजारों को 38,000 से अधिक CKD यूनिट्स भेजे जाने की उम्मीद है।
अनंतपुर प्लांट: निर्यात का मुख्य केंद्र
किआ इंडिया का निर्यात संचालन आंध्र प्रदेश के अनंतपुर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट से होता है। यह प्लांट उन्नत मैन्युफैक्चरिंग प्रौद्योगिकी का उपयोग करता है और सुनिश्चित करता है कि निर्यात किए गए वाहन अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता मानकों पर खरे उतरें। यहां का CKD उत्पादन किआ इंडिया की वैश्विक आपूर्ति चेन को समर्थन देता है।
2030 तक निर्यात में दोगुनी वृद्धि का लक्ष्य
किआ इंडिया का लक्ष्य 2030 तक अपने CKD निर्यात वॉल्यूम को दोगुना करना है। इसके तहत, कंपनी ने उभरते बाजारों में अपने निर्यात को बढ़ाने के लिए कई रणनीतियाँ बनाई हैं। मिडल ईस्ट और अफ्रीका जैसे बाजारों पर ध्यान केंद्रित कर किआ अपनी विकास क्षमता का लाभ उठाने की योजना बना रही है।