Link Expressway : बनेगा नया लिंक एक्सप्रेसवे! नोएडा एयरपोर्ट से होगी सीधी कनेक्टविटी
Link Exspressway : उत्तर प्रदेश में ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक्स सेक्टर को और भी सशक्त बनाने के लिए प्रस्तावित लिंक एक्सप्रेस-वे का कार्य जोर पकड़ रहा है। यह एक्सप्रेस-वे नोएडा के अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट को गंगा एक्सप्रेस-वे से जोड़ने का अहम प्रस्ताव है। यह कनेक्टिविटी यमुना प्राधिकरण के औद्योगिक क्षेत्रों के लिए भी फायदेमंद साबित होगी, जिससे माल ढुलाई और यात्री परिवहन में भारी सुधार आएगा।
यह लिंक एक्सप्रेस-वे गंगा एक्सप्रेस-वे और यमुना एक्सप्रेस-वे को एक साथ जोड़ते हुए नोएडा एयरपोर्ट के क्षेत्र को सीधे कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। यूपीडा ने इस लिंक एक्सप्रेस-वे को लेकर तीन संरेखण विकल्पों को अंतिम रूप दिया है। इसके निर्माण से न्यू नोएडा और यमुना प्राधिकरण के औद्योगिक क्षेत्रों में ट्रांसपोर्ट सुविधाएं तेज़ होंगी, जिससे व्यापार को नई दिशा मिलेगी।
गंगा एक्सप्रेस-वे से कनेक्टिविटी
यह एक्सप्रेस-वे गंगा एक्सप्रेस-वे के माध्यम से नोएडा एयरपोर्ट और पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई महत्वपूर्ण जिलों को जोड़ने का कार्य करेगा। इससे यातायात और माल ढुलाई की प्रक्रिया में तेजी आएगी।यह लिंक एक्सप्रेस-वे यमुना एक्सप्रेस-वे से जुड़ने के बाद यमुना प्राधिकरण के औद्योगिक क्षेत्रों को सीधा फायदा पहुंचाएगा। प्रमुख औद्योगिक पार्कों और व्यापारिक केंद्रों को तेज़ सड़क मार्ग मिलेगा।
चोला तक प्रस्तावित 16 किमी मार्ग
इस लिंक एक्सप्रेस-वे के संरेखण में एक अहम विकल्प यह भी है कि इसे चोला तक 16 किमी लंबा प्रस्तावित मार्ग जोड़ा जाए। इस मार्ग से यीडा के मास्टर प्लान 2041 में शामिल क्षेत्र जैसे लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग सेक्टर को फायदा होगा।लिंक एक्सप्रेस-वे का मार्ग बुलंदशहर, गौतमबुद्ध नगर और यमुना प्राधिकरण के 68 गांवों से होकर गुजरेगा। यह गांव यीडा क्षेत्र और न्यू नोएडा को जोड़ते हुए गंगा एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा।
यमुना प्राधिकरण के औद्योगिक सेक्टर 28, 29, 32, और 33 को लिंक एक्सप्रेस-वे से सीधी कनेक्टिविटी मिलने से उनके विकास को एक नया आयाम मिलेगा। इन क्षेत्रों में मेडिकल डिवाइस पार्क, अपैरल पार्क, एमएसएमई पार्क और हैंडीक्राफ्ट पार्क जैसे प्रमुख औद्योगिक पार्क स्थित हैं।
यमुना प्राधिकरण ने लिंक एक्सप्रेस-वे के संरेखण को लेकर तीन विकल्प दिए हैं। इन तीन विकल्पों में चोला तक लिंक एक्सप्रेस-वे को जोड़ने, तीस मीटर चौड़ी सड़क के जरिए यमुना एक्सप्रेस-वे को जोड़ने और पलवल-खुर्जा एक्सप्रेस-वे से कनेक्टिविटी बढ़ाने के प्रस्ताव शामिल हैं।