Patna-Purnia Expressway: बिहार वासियों की चमकी किस्मत! पटना-पूर्णियां एक्सप्रेस-वे तैयार
Patna-Purnia Expressway: प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना के तहत कोशी और सीमांचल जैसे पिछड़े इलाकों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए पटना-पूर्णियां एक्सप्रेस-वे निर्माण का खाका तैयार हो गया है। करीब 12 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 282 किलोमीटर लंबी इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य से क्षेत्र की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। साथ ही, विकास और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।
पिछड़े इलाकों में विकास की उम्मीद
पटना-पूर्णियां एक्सप्रेस-वे से उत्तर बिहार के कोशी और सीमांचल क्षेत्र के पिछड़े इलाकों को बड़ी राहत मिलेगी। इसमें 17 बड़े पुल, 11 रेलवे क्रॉसिंग पर आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज), और कई छोटे पुलों का निर्माण किया जाएगा। यह सड़क उन क्षेत्रों को जोड़ने का काम करेगी, जहां अभी तक बुनियादी ढांचे की कमी है।
क्षेत्र के लोगों के लिए यह सड़क न केवल यातायात को सुगम बनाएगी, बल्कि बाढ़ और नदी के कारण होने वाली समस्याओं से भी राहत दिलाएगी। जदयू सांसद दिनेश चंद्र यादव ने बताया कि यह परियोजना कोशी और सीमांचल के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगी।
महत्वपूर्ण कनेक्टिंग लिंक बनेगा
यह एक्सप्रेस-वे दिघवारा (सारण) से शुरू होकर हाजीपुर, छपरा, समस्तीपुर, दरभंगा, सहरसा, मधेपुरा, और पूर्णियां के विभिन्न महत्वपूर्ण इलाकों को जोड़ेगा। यह रास्ता कुशेश्वरस्थान, कोशी तटबंध, और गुलाबबाग जैसे स्थानों से होकर गुजरेगा।
यह सड़क न केवल इन क्षेत्रों को पटना और अन्य प्रमुख शहरों से जोड़ेगी, बल्कि व्यापार और कृषि गतिविधियों को भी बढ़ावा देगी। इससे किसान अपनी फसलें आसानी से बड़े बाजारों तक पहुंचा सकेंगे।
कोशी-सीमांचल को सबसे ज्यादा फायदा
कोशी और सीमांचल क्षेत्र हर साल बाढ़ की त्रासदी से जूझते हैं। यहां सड़कों और बुनियादी ढांचे की कमी से स्थानीय निवासियों को हमेशा कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से इन इलाकों में नई संभावनाएं पैदा होंगी।
यह परियोजना इन इलाकों के लिए एक नई शुरुआत होगी। बेहतर सड़कों के कारण स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच आसान होगी। शिक्षा और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
व्यापार और रोजगार को बढ़ावा
नए एक्सप्रेस-वे से क्षेत्र में व्यापार के नए द्वार खुलेंगे। छोटे व्यवसायियों और किसानों को इससे बड़ा फायदा मिलेगा। सड़क बनने से निर्माण कार्य के दौरान हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा, इस एक्सप्रेस-वे के संचालन के बाद भी कई स्थायी रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
स्वास्थ्य और परिवहन में सुधार
इस सड़क के निर्माण से कोशी और सीमांचल के लोगों को पटना जैसे बड़े शहरों तक पहुंचने में आसानी होगी। विशेष रूप से, स्वास्थ्य सेवाओं के लिए राजधानी पहुंचना सरल होगा।
यह परियोजना उत्तर बिहार के पिछड़े इलाकों के लिए विकास का एक नया अध्याय लिखेगी। इससे इन क्षेत्रों में समृद्धि और खुशहाली का माहौल बनेगा।