Benefits of Ghan Jeevamrit: DAP यूरिया पर भारी पड़ेगा गाय का गोबर, इस तरीके से घर पर तैयार करे खाद
Benefits of Ghan Jeevamrit: कृषि क्षेत्र में उर्वरकों की लागत बढ़ने के साथ शाहजहांपुर के कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर के वैज्ञानिक, डॉ. एनपी गुप्ता ने एक सस्ता और टिकाऊ उपाय बताया है. उन्होंने बताया कि केवल एक देसी गाय के गोबर से तैयार खाद 30 एकड़ खेती के लिए पूरी हो सकती है जिससे रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता कम हो सकती है.
गोबर के लाभ और इसकी तैयारी
डॉ. गुप्ता के अनुसार, एक ग्राम देसी गाय के गोबर में करोड़ों सूक्ष्म जीवाणु मौजूद होते हैं जो मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने में सहायक होते हैं (Soil Fertility). उन्होंने यह भी बताया कि गोबर और गोमूत्र से तैयार कीटनाशक और खाद खेती को लागत और पर्यावरण के अनुकूल बना सकते हैं.
घन जीवामृत की तैयारी
घन जीवामृत तैयार करने के लिए एक क्विंटल गोबर, 5 लीटर गोमूत्र, 2 किलो गुड़ और 2 किलो बेसन की आवश्यकता होती है (Organic Pesticide Recipe). इस मिश्रण को अच्छे से गूंथ कर दो से तीन दिन तक छाया में रखा जाता है जिससे यह खाद तैयार हो जाती है.
खेती में घन जीवामृत का उपयोग
इस तैयार खाद को फलदार पेड़ों के नीचे या फसलों की जड़ों के पास रखने से, सिंचाई के दौरान इसमें मौजूद सूक्ष्म जीव सक्रिय हो जाते हैं और पौधों द्वारा आसानी से अवशोषित हो जाते हैं, जिससे पौधों की ग्रोथ में सुधार होता है (Enhancing Plant Growth).