Mughal Harem: मुगल काल में इस किन्नर के हाथ में थी फुल पॉवर, इन कामों को करने की थी आजादी
Mughal Harem: मुगल साम्राज्य में किन्नरों का एक विशेष स्थान था. वे न केवल रसोई और शाही दस्तरखान का हिस्सा थे बल्कि शाही हरम (Royal Harem) में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी. मुगल बादशाहों ने किन्नरों पर अपनी सुरक्षा और निजी जिम्मेदारियों का भरोसा जताया क्योंकि उन्हें पुरुषों से अधिक विश्वसनीय (trusted more than men) माना जाता था.
किन्नरों की दैनिक जिम्मेदारियां
मुगल काल में किन्नरों को खासतौर पर शाही रसोई में खाना परोसने की जिम्मेदारी दी जाती थी. वे रानियों के साथ उनके निजी सहयोगी के रूप में भी काम करते थे और शाही हरम में सुरक्षा (security in royal harem) की देखभाल करते थे.
मुगल साम्राज्य का सबसे शक्तिशाली किन्नर
इतिहास में जावेद को मुगल साम्राज्य का सबसे शक्तिशाली किन्नर माना जाता है. उसकी क्षमता और सामर्थ्य को मान्यता देते हुए मोहम्मद शाह रंगीला ने उसे शाही महल में विशेष रूप से नियुक्त किया था (appointed by Mohammed Shah Rangila). उसकी नियुक्ति शाही हरम के सहायक अधीक्षक के रूप में की गई थी.
जावेद की गुप्तचर क्षमताएं
जावेद की खूफिया कामों में महारत के कारण उसे मुगल बादशाहों का विश्वासपात्र समझा जाता था. वह अपने गुप्तचर (espionage skills) कौशल से न केवल बादशाह के करीब था बल्कि उसने कई बार साम्राज्य की सुरक्षा में भी अहम भूमिका निभाई थी.
नवाब बहादुर की उपाधि प्राप्त किन्नर
जावेद को उसकी सेवाओं के लिए 'नवाब बहादुर' की उपाधि दी गई थी जो उसे मुगल साम्राज्य में अद्वितीय बनाती है. उसका योगदान न केवल गुप्तचर विभाग में था बल्कि उसने शाही प्रशासन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
इतिहास में जावेद की स्थाई छाप
जावेद के कार्यों और उसकी बुद्धिमत्ता के चलते वह हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया. उसके जीवन की कहानियां आज भी इतिहास के विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं के लिए अध्ययन का विषय बनी हुई हैं.