Tourist Places: महाकुंभ में शामिल होने के बाद घूम ले ये जगहें, नजारे देख हर पैसा होगा वसूल
Tourist Places: प्रयागराज जिसे पहले इलाहाबाद के नाम से जाना जाता था महाकुंभ के लिए प्रसिद्ध है. इस धार्मिक नगरी में संगम की पवित्र डुबकी लेने के बाद यहां के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थल पर्यटकों का दिल जीत लेते हैं. अगर आप भी महाकुंभ में हिस्सा लेने जा रहे हैं तो इन बेहतरीन जगहों को भी अपनी यात्रा का हिस्सा बनाएं.
संगम स्थल
प्रयागराज का सबसे प्रसिद्ध स्थल है संगम जहां तीन पवित्र नदियां गंगा यमुना और सरस्वती का संगम होता है. इस स्थान का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है और हर साल लाखों श्रद्धालु यहां स्नान करने आते हैं. यहां का शांत वातावरण और धार्मिक माहौल आपको अद्भुत अनुभव प्रदान करते हैं. संगम के पास इलाहाबाद किला और अन्य ऐतिहासिक स्थल भी हैं जो इसके आकर्षण को और बढ़ाते हैं.
लेटे हनुमान मंदिर
प्रयागराज का लेटे हनुमान मंदिर एक बहुत ही खास और अद्वितीय स्थल है. यहां हनुमान जी की विशाल मूर्ति आराम करते हुए दिखाई देती है. इस मंदिर का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है और माना जाता है कि संगम स्नान के बाद हनुमान जी के दर्शन से पुण्य की प्राप्ति होती है. यह मंदिर एक शांतिपूर्ण वातावरण में स्थित है जहां आप अपने मन को शांति प्रदान कर सकते हैं.
खुसरो बाग
प्रयागराज का खुसरो बाग लुकरगंज में स्थित है और यह मुगली वास्तुकला का शानदार उदाहरण प्रस्तुत करता है. इस बाग में तीन भव्य बलुआ पत्थर से बने मकबरे हैं जो मुगली सम्राटों के समय की वास्तुकला को दर्शाते हैं. बाग में अमरूद के पेड़ और गुलाबों का सुंदर बगीचा इसे और भी आकर्षक बनाता है. यहां का शांत वातावरण आपको प्रकृति के बीच सुकून का अनुभव दिलाएगा.
आनंद भवन
प्रयागराज का आनंद भवन एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर है. इसे पहले नेहरू परिवार का निवास स्थान माना जाता था लेकिन अब इसे एक राष्ट्रीय संग्रहालय के रूप में परिवर्तित कर दिया गया है. यहां आपको मोतीलाल नेहरू द्वारा तैयार किए गए भवन की वास्तुकला और भारत के स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी कई यादें देखने को मिलती हैं. यह स्थल ऐतिहासिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है.
प्रयागराज किला
प्रयागराज किला 1583 में मुगली सम्राट अकबर के शासनकाल में निर्मित किया गया था और यह गंगा और यमुना के संगम के पास स्थित है. किला मुगली वास्तुकला का एक बेहतरीन उदाहरण है. किले के कुछ हिस्सों में शिलालेख और बाहरी भाग में मुगली डिजाइनों को देखा जा सकता है. यह किला एक ऐतिहासिक स्थल है जो पर्यटकों को भारतीय इतिहास से जोड़ता है.
जवाहर तारामंडल
प्रयागराज का जवाहर तारामंडल एक विज्ञान और इतिहास के मिलाजुला केंद्र के रूप में जाना जाता है. 1979 में निर्मित इस तारामंडल में सौरमंडल और अंतरिक्ष के विभिन्न पहलुओं पर कई शो और लेक्चर्स आयोजित होते हैं. यह जगह खासतौर पर बच्चों और विज्ञान के प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थान है.
चंद्रशेखर आजाद पार्क
प्रयागराज का चंद्रशेखर आजाद पार्क 133 एकड़ में फैला हुआ है और यह शहीद चंद्रशेखर आजाद की शौर्यगाथा को समर्पित है. पहले इसे अल्फ्रेड पार्क और कंपनी बाग के नाम से जाना जाता था लेकिन चंद्रशेखर आजाद की शहादत के बाद इसे उनके नाम पर रखा गया. यहां का हरियाली और शांत वातावरण बच्चों और परिवारों के लिए एक बेहतरीन स्थान है.
ऑल सेंट कैथेड्रल
प्रयागराज का ऑल सेंट कैथेड्रल 19वीं शताब्दी के अंत में स्थापित किया गया था और यह शहर के प्रमुख चर्चों में से एक है. इसे चर्च ऑफ स्टोन भी कहा जाता है और यह अपनी सुंदर वास्तुकला और धार्मिक महत्व के कारण पर्यटकों को आकर्षित करता है. यहां पर ईसाई धर्म के अनुयायी विशेष रूप से आते हैं.