Rajasthan News: इस दिवाली इस बात का रखें ध्यान, राजस्थान सरकार ने कर दिया यह ऐलान
Rajasthan News : राजस्थान सरकार ने दीपावली और अन्य त्योहारों के दौरान प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। राज्य के एनसीआर क्षेत्र (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में स्थित अलवर और भरतपुर जिलों में इस वर्ष से केवल ग्रीन पटाखों का इस्तेमाल किया जा सकेगा। साथ ही, पटाखे चलाने का समय भी सीमित किया गया है। इस कदम का उद्देश्य प्रदूषण को नियंत्रित करना और वातावरण को साफ रखना है।
- ग्रीन पटाखे ही होंगे मान्य
राजस्थान सरकार ने घोषणा की है कि अलवर और भरतपुर जिलों में केवल ग्रीन पटाखों का उपयोग किया जा सकेगा। ये पटाखे पारंपरिक पटाखों के मुकाबले कम प्रदूषण करते हैं, जिससे वायु और ध्वनि प्रदूषण दोनों ही कम होते हैं। इसके साथ ही, ये पटाखे स्वास्थ्य के लिए कम हानिकारक होते हैं, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा के मरीजों के लिए।
- पटाखे चलाने का समय
दीपावली के दिन, रात 8 बजे से 10 बजे तक ही पटाखे चलाने की अनुमति होगी। इस समय सीमा का उद्देश्य रात में शांति बनाए रखना और अत्यधिक ध्वनि प्रदूषण से बचना है। यह कदम विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, जिनके लिए तेज आवाजें और प्रदूषण खतरनाक हो सकते हैं।
- विशेष स्थानों पर पटाखों का प्रतिबंध
अलवर और भरतपुर जिलों में कुछ स्थानों पर पटाखे चलाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। इनमें अस्पताल, नर्सिंग होम, स्वास्थ्य केंद्र, शिक्षण संस्थान, कोर्ट और धार्मिक स्थल शामिल हैं। इन स्थानों से 100 मीटर की दूरी तक पटाखों का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा, ताकि वहां के लोगों की सेहत पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े।
- शादी समारोहों में भी ग्रीन पटाखों का उपयोग
राजस्थान सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि शादी समारोहों और अन्य उत्सवों में भी केवल उन्नत और ग्रीन पटाखों का उपयोग किया जाएगा। इस कदम का उद्देश्य प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करना है, जबकि लोगों को त्योहारों के दौरान खुशी मनाने की सुविधा मिलती रहे।
राजस्थान सरकार का प्रदूषण नियंत्रण प्रयास
राजस्थान सरकार का यह कदम पर्यावरण संरक्षण और सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए, सरकार ने कई राज्यों की तरह अपने राज्य में भी पटाखों की बिक्री और उपयोग पर कड़ी निगरानी रखनी शुरू कर दी है। अन्य राज्यों ने भी इसी प्रकार के पटाखों पर प्रतिबंध लगाए हैं, जैसे दिल्ली और उत्तर प्रदेश में ग्रीन पटाखों को प्राथमिकता दी जा रही है।
सार्वजनिक जागरूकता
राज्य सरकार को उम्मीद है कि इन नए दिशा-निर्देशों का पालन सभी नागरिक करेंगे। इसके लिए, सरकार ने विभिन्न मंचों पर जागरूकता अभियान चलाने की योजना बनाई है। सोशल मीडिया, रेडियो और टीवी के माध्यम से लोगों को ग्रीन पटाखों के महत्व और उन्हें चलाने के समय के बारे में सूचित किया जाएगा।
पुलिस और प्रशासन की निगरानी
पुलिस और प्रशासन इस दौरान पटाखों की बिक्री और उपयोग पर निगरानी रखेंगे। उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि लोग निर्देशों का पालन करें।