Indian Railway: भारत में इस जगह है दुनिया कि सबसे बड़ी रेल फैक्ट्री, एक साल में बनाते है इतने डिब्बे
Indian Railway: भारतीय रेलवे जिसे देश की लाइफलाइन कहा जाता है अपने विशाल नेटवर्क के माध्यम से प्रतिदिन लाखों यात्रियों को उनके गंतव्यों तक पहुंचाता है. यह नेटवर्क विश्व में चौथे स्थान पर है और भारत की अर्थव्यवस्था तथा सामाजिक संरचना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
रेलवे की विशालता और इसकी पहुँच
2022 तक भारतीय रेलवे का नेटवर्क 67 हजार किलोमीटर से अधिक था जिसके माध्यम से देश के कोने-कोने को जोड़ा जाता है. इस नेटवर्क का मुख्य उद्देश्य है यात्रियों को आसान और सुरक्षित यात्रा करना.
ट्रेनों की आवाजाही और उनका प्रबंधन
भारत में प्रतिदिन 23 हजार से अधिक ट्रेनें (Daily Train Operations) संचालित होती हैं जिसमें 13 हजार से अधिक यात्री ट्रेनें और 9200 मालगाड़ियां शामिल हैं. ये ट्रेनें हजारों किलोमीटर की यात्रा करते हुए विभिन्न सामग्रियों को देश के विभिन्न भागों में पहुँचाती हैं.
रेल कोच निर्माण
सबसे अधिक रेल कोच भारत में चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (Integral Coach Factory) में बनाए जाते हैं. 1955 में स्थापित, यह फैक्ट्री दुनिया में सबसे बड़ी रेल कोच निर्माता मानी जाती है और इसका स्वामित्व भारतीय रेलवे के पास है.
उत्पादन क्षमता और तकनीकी विकास
वर्तमान में यह फैक्ट्री हर साल 4000 से अधिक कोच तैयार करती है. इस फैक्ट्री में LHB कोच, सेमी-हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन-सेट और इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट (EMUs) बनाए जाते हैं जो भारतीय रेलवे की यात्री सेवाओं की क्षमता और गुणवत्ता को बढ़ाते हैं.
फैक्ट्री का विभाजन और विशेषताएँ
रेल कोच फैक्ट्री दो प्रमुख डिविजनों में विभाजित है: शेल डिविजन और फर्निशिंग डिविजन. शेल डिविजन में रेल कोच के ढांचे तैयार किए जाते हैं, जबकि फर्निशिंग डिविजन में कोच के अंदर की सजावट और अंतिम निरीक्षण किया जाता है.