High Speed Bullet Train: हरियाणा के इन गांवों को मिलेगी हाई स्पीड ट्रेन कनेक्टिविटी, जमीन कीमतों में आया उछाल
High Speed Bullet Train: भारत सरकार दिल्ली और अमृतसर के बीच एक ज्यादा स्पीड वाली बुलेट ट्रेन परियोजना पर काम कर रही है जिसे दिल्ली-अमृतसर हाई-स्पीड रेलवे कॉरिडोर के नाम से जाना जाता है. इस 465 किलोमीटर लंबे मार्ग का मुख्य उद्देश्य यात्रा समय को नाटकीय रूप से कम करना और इसे अधिक सुरक्षित तथा किफायती बनाना है.
ज्यादा स्पीड के साथ यात्रा का अनुभव
यह बुलेट ट्रेन परियोजना, जिसकी अधिकतम गति 350 किलोमीटर प्रति घंटा होगी, दिल्ली से अमृतसर तक की यात्रा को मात्र 2-3 घंटे में संपन्न करेगी, जो पहले 6-7 घंटे का समय लेती थी. इस तरह यह परियोजना न केवल यात्रा के समय को कम करेगी बल्कि यात्री अनुभव को भी बदल कर रख देगी.
जमीन अधिग्रहण और किसानों को मुआवजा
परियोजना के लिए आवश्यक 321 गांवों से जमीन अधिग्रहण किया जाएगा, जिसमें प्रभावित किसानों को उनकी जमीन के बाजार मूल्य का पांच गुना मुआवजा देने की योजना है. यह किसानों के लिए न्यायसंगत और लाभकारी हो सकता है, क्योंकि इससे उन्हें उनकी जमीन के उचित मूल्य मिलेंगे.
परियोजना की समय सीमा और अपेक्षाएं
इस बुलेट ट्रेन परियोजना को 2030 तक पूरा करने की योजना है. वर्तमान में योजना के अनुसार कार्य प्रगति पर है और संबंधित अधिकारियों द्वारा इसे उच्च प्राथमिकता दी जा रही है. परियोजना की सफलता से न केवल दिल्ली और अमृतसर के बीच की दूरी कम होगी, बल्कि यह क्षेत्रीय आर्थिक विकास में भी योगदान देगी.
बुलेट ट्रेन के फायदे और सामाजिक असर
बुलेट ट्रेन से न केवल यात्रा समय कम होगा, बल्कि यह दिल्ली, चंडीगढ़, हरियाणा और पंजाब के बीच बेहतर सड़क संपर्क (improved-road-connectivity) और व्यापारिक संबंधों को मजबूत करेगी. इससे पर्यटन और रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे, जिससे स्थानीय समुदायों को भी लाभ होगा.
किसानों की प्रतिक्रिया
परियोजना को लेकर किसानों की मिश्रित प्रतिक्रियाएँ हैं. कुछ किसान मुआवजे की राशि से संतुष्ट हैं, जबकि अन्य अपनी जमीन के नुकसान को लेकर चिंतित हैं. सरकार और किसानों के बीच संवाद इस मुद्दे को हल करने के लिए जारी है, ताकि परियोजना का क्रियान्वयन सुचारु रूप से हो सके.