Train: मुंबई- अहमदाबाद के साथ साथ इन 7 रूटों पर भी फर्राटा भरेगी बुलेट ट्रेन, जानें
Train: भारत में बुलेट ट्रेन के दौड़ने का सपना अब हकीकत बनने जा रहा है। जापान के सहयोग से मुंबई और अहमदाबाद के बीच पहली बुलेट ट्रेन का काम अंतिम चरण में पहुंच चुका है, और भारतीय रेलवे ने इसे 2026 तक संचालित करने का लक्ष्य रखा है। इस बुलेट ट्रेन से भारतीय रेलवे के नेटवर्क में क्रांतिकारी बदलाव आएगा, जो न केवल यात्रा के समय को कम करेगा, बल्कि देश की यातायात प्रणाली को एक नई दिशा भी देगा।
भारत में बुलेट ट्रेन के फायदे
बुलेट ट्रेन के आने से भारतीय रेलवे के यात्री सफर में बदलाव आएगा। इसके माध्यम से यात्रा समय में उल्लेखनीय कमी आएगी, और यात्रा अधिक आरामदायक और सुविधाजनक होगी। बुलेट ट्रेन की रफ्तार 320 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है, जो भारतीय रेलवे के अन्य ट्रेनों से कहीं ज्यादा तेज होगी। इसके अलावा, यह पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद साबित होगी क्योंकि यह कम प्रदूषण छोड़ती है।
प्रमुख रूटों पर बुलेट ट्रेन के फायदे
मुंबई से अहमदाबाद (2026 तक): वर्तमान में इस रूट पर यात्रा करने में 6 घंटे लगते हैं, लेकिन बुलेट ट्रेन से यह सफर सिर्फ 2 घंटे 7 मिनट में पूरा होगा। यह यात्रा समय को 66% तक कम करेगा, जिससे व्यावसायिक और पर्यटन क्षेत्र में भी तेजी आएगी।
दिल्ली से वाराणसी: दिल्ली से वाराणसी के बीच यात्रा में 12 घंटे का समय लगता है, लेकिन बुलेट ट्रेन से यह सफर सिर्फ 2 घंटे 30 मिनट में पूरा हो सकेगा। यह रूट खासकर धार्मिक पर्यटन के लिए महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि वाराणसी भारत के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है।
दिल्ली से अहमदाबाद: यह रूट 971 किमी का है और वर्तमान में इसे 16 घंटे में तय किया जाता है। बुलेट ट्रेन के आने से यह यात्रा 3 घंटे में पूरी हो सकेगी।
दिल्ली से अमृतसर: दिल्ली से अमृतसर के बीच बुलेट ट्रेन से यात्रा महज डेढ़ घंटे में पूरी की जा सकेगी, जो वर्तमान में 7 घंटे लगते हैं।
मुंबई से नागपुर: मुंबई से नागपुर तक की दूरी 770 किमी है, जो बुलेट ट्रेन से सिर्फ 2 घंटे 15 मिनट में तय की जा सकेगी। यह यात्रा पहले 10 घंटे में होती थी।
मुंबई से हैदराबाद: मुंबई और हैदराबाद के बीच की यात्रा समय में भी बुलेट ट्रेन से बहुत सुधार होगा। वर्तमान में यह सफर 13 घंटे का है, जबकि बुलेट ट्रेन से यह यात्रा सिर्फ 2 घंटे 10 मिनट में पूरी की जा सकेगी।
चेन्नई से मैसूर: इस रूट पर बुलेट ट्रेन की बदौलत चेन्नई से मैसूर का सफर डेढ़ घंटे में तय किया जा सकेगा, जबकि अभी इस दूरी को पूरा करने में 9 घंटे का समय लगता है।
वाराणसी से हावड़ा: वाराणसी से हावड़ा के बीच बुलेट ट्रेन से यात्रा सिर्फ 2 घंटे 5 मिनट में पूरी होगी, जो पहले 15 घंटे का समय लेती थी।
बुलेट ट्रेन के लिए सरकार की योजना
भारतीय रेलवे ने बुलेट ट्रेन के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इसमें भारतीय और जापानी इंजीनियरों की टीम का सहयोग शामिल है। सरकार ने इन योजनाओं को सफल बनाने के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है, और उम्मीद है कि 2026 तक पहले बुलेट ट्रेन का संचालन शुरू होगा। इसके बाद धीरे-धीरे अन्य रूट्स पर भी बुलेट ट्रेन शुरू की जाएगी, जिससे भारत की यातायात व्यवस्था को एक नया आयाम मिलेगा।