UP Longest Expressway: यूपी के लोगो को मिलेगी गंगा एक्सप्रेसवे जैसी बड़ी कनेक्टिविटी, इन लोगों को होगा तगड़ा फायदा
UP Longest Expressway: उत्तर प्रदेश को मिलने वाली नई सौगात के रूप में गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे (Gorakhpur-Siliguri Expressway) जैसे बड़े प्रोजेक्ट ने जगह बनाई है. इस एक्सप्रेसवे का निर्माण यात्रा की समय और दूरी को काफी कम कर देगा. जिससे व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से शुरू होकर पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी तक जाएगा और बिहार के कई जिलों से होकर गुजरेगा.
यात्रा की दूरी में भारी कमी
गोरखपुर से सिलीगुड़ी के बीच प्रस्तावित एक्सप्रेसवे 519 किलोमीटर लंबा होगा और इसके निर्माण से यात्रा का समय 15 घंटे से घटकर केवल 9 घंटे रह जाएगा. इससे न केवल समय की बचत होगी. बल्कि ईंधन की खपत में भी कमी आएगी.
तीन राज्यों को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण मार्ग
यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल को जोड़ेगा. जिससे इन राज्यों के बीच का संचार और भी सुगम होगा. इसके अलावा यह गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया जैसे उत्तर प्रदेश के जिलों के साथ-साथ बिहार के पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज जैसे जिलों के विकास में भी सहायक होगा.
2028 तक पूरा होने का लक्ष्य
सरकार ने इस एक्सप्रेसवे को 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है. इसके पूरा होने से न केवल यात्रा सुगम होगी. बल्कि इससे जुड़े राज्यों के व्यापार और पर्यटन को भी बल मिलेगा.
फायदे और विकास की नई संभावनाएं
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे के निर्माण से जुड़े फायदे अनेक हैं. यह राज्यों के बीच व्यापार को बढ़ावा देगा, नई नौकरियां सृजित करेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को मजबूती प्रदान करेगा. इसके अलावा यह एक्सप्रेसवे दूर-दराज के क्षेत्रों के लिए भी संपर्क की बेहतर सुविधाएं प्रदान करेगा. जिससे विकास के नए द्वार खुलेंगे.