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Chanakya Niti: कितना भी कमा लो पर इन 5 लोगों के पास नही टिकता पैसा, हमेशा रहती है पैसों की तंगी

11:20 AM Nov 06, 2024 IST | Vikash Beniwal
chanakya niti  कितना भी कमा लो पर इन 5 लोगों के पास नही टिकता पैसा  हमेशा रहती है पैसों की तंगी

Chanakya Niti: जीवन में धन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है और इसे संचित करने में हमारी आदतें एक महत्वपूर्ण कारक होती हैं. आचार्य चाणक्य जिन्हें उनकी गहन बुद्धिमत्ता और प्रभावी नीतियों (Chanakya's policies) के लिए जाना जाता है. आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में धन संबंधी विषयों पर कई महत्वपूर्ण विचार साझा किए हैं. उनकी नीतियां न केवल व्यक्तिगत विकास के लिए बल्कि समृद्धि प्राप्ति के लिए भी मार्गदर्शक होती हैं.

आचार्य चाणक्य की नीतियां न केवल प्राचीन काल के लिए बल्कि आज के युग में भी उतनी ही प्रासंगिक हैं. इन नीतियों का पालन करने से व्यक्ति न केवल आर्थिक रूप से स्थिर रह सकता है. बल्कि एक सुखी और संतुष्ट जीवन भी जी सकता है.

आलस्य

चाणक्य ने बताया है कि आलस्य (laziness) व्यक्ति की आर्थिक प्रगति के लिए सबसे बड़ी बाधा है. जो लोग अपने कामों को आज के बजाय कल पर टालते हैं. उनके लिए समृद्धि एक दूर का सपना बन कर रह जाती है. ऐसे व्यक्ति कभी भी धन को संचित नहीं कर पाते और उनसे धन की देवी, माता लक्ष्मी भी नाराज रहती हैं.

बुरी संगति

चाणक्य के अनुसार बुरी संगति (bad company) में रहने वाले लोग अक्सर अपने धन का उपयोग गलत कार्यों में करते हैं. ऐसे लोग अपनी आय का सदुपयोग नहीं कर पाते हैं और उनकी आर्थिक स्थिति अस्थिर रहती है. इसलिए चाणक्य ने सुझाव दिया है कि व्यक्ति को चुनिंदा और सार्थक संगति में रहना चाहिए.

दूसरों के प्रति सम्मान

चाणक्य नीति के अनुसार जो लोग दूसरों का सम्मान नहीं करते. विशेषकर महिलाओं का उन्हें धन की देवी का आशीर्वाद प्राप्त नहीं होता (respecting others). इसके विपरीत जो लोग सम्मान के साथ व्यवहार करते हैं. उनके जीवन में धन और समृद्धि का निरंतर प्रवाह होता है.

धन का सदुपयोग और ईमानदारी

चाणक्य ने यह भी बताया कि कैसे कुछ लोग धन प्राप्ति के लिए गलत तरीकों का उपयोग करते हैं (misuse of wealth). ऐसा करने से धन अस्थायी रूप से तो मिल सकता है. लेकिन यह स्थायी समृद्धि नहीं देता. धन का सही उपयोग और ईमानदारी से कमाई गई आय ही वास्तविक संतोष और स्थायित्व प्रदान करती है.

दिखावे की नकारात्मकता

दिखावा (show off) एक ऐसी आदत है जो न केवल व्यक्तिगत संबंधों में विघटन पैदा करती है बल्कि आर्थिक स्थिरता को भी प्रभावित करती है. चाणक्य का कहना है कि जो लोग अपनी संपत्ति का अत्यधिक दिखावा करते हैं. वे अक्सर धन को संजो कर नहीं रख पाते और उनके पास धन लंबे समय तक से नहीं टिकता.

(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई जानकारियां और सूचनाएं इंटरनेट से ली गई हैं। Dharataltv.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)

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