2025 में भारत को मिलेंगे 11 नए Highways and Expressways! जानिए आपके शहर के लिए कौन सा होगा खास!
Highways and Expressways: सड़क यात्रा का मज़ा तभी दोगुना होता है जब रास्ता सुंदर, सुरक्षित और सुविधाजनक हो। 2024 में भारत के लोग इस अनुभव को और भी बेहतर तरीके से महसूस कर पाएंगे। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने घोषणा की है कि अगले साल देश में 11 नए एक्सप्रेसवे और हाईवे बनकर तैयार हो जाएंगे। इनका कुल लंबाई 5467 किमी. होगी, जो 16 राज्यों से होकर गुजरेगी।
सड़क परिवहन का विस्तार: बढ़ती नेशनल हाइवे की लंबाई
2014 में देश में नेशनल हाइवे की लंबाई 91,287 किमी. थी। इसे 2024 तक बढ़ाकर 1,46,145 किमी. कर दिया गया है। साल 2023-24 में 12,000 किमी. से अधिक हाईवे और एक्सप्रेसवे का निर्माण हुआ। वर्तमान में, देश में हर दिन औसतन 33 किमी. हाईवे का निर्माण हो रहा है। इस तेज़ी से काम के चलते, मंत्रालय ने अगले साल तक 11 नए हाईवे और एक्सप्रेसवे के निर्माण का लक्ष्य तय किया है।
नए हाईवे और एक्सप्रेसवे की पूरी सूची
- दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (1350 किमी.)
- दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे (670 किमी.)
- दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे (210 किमी.)
- रायपुर-हैदराबाद हाईवे (330 किमी.)
- इंदौर-हैदराबाद हाईवे (713 किमी.)
- सूरत-सोलापुर हाईवे (464 किमी.)
- नागपुर-विजयवाड़ा हाईवे (457 किमी.)
- चेन्नई-सालेम एक्सप्रेसवे (277 किमी.)
- सोलापुर-कुनलूर हाईवे (318 किमी.)
- हैदराबाद-विशाखापट्टनम हाईवे (221 किमी.)
- नागपुर-विजयवाड़ा हाईवे (457 किमी.)
कई हिस्सों का काम इस साल पूरा
इन 11 प्रोजेक्ट्स में से दो एक्सप्रेसवे का कुछ हिस्सा 2024 से पहले ही शुरू हो जाएगा।
- दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का दिल्ली बॉर्डर तक का हिस्सा इस साल चालू हो जाएगा।
- दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का दिल्ली से सूरत तक का हिस्सा भी जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
जनता के सफर में आएगी सुगमता
मंत्रालय का कहना है कि इन हाईवे और एक्सप्रेसवे से बड़े शहरों के बीच कनेक्टिविटी में जबरदस्त सुधार होगा। यात्रा का समय बचेगा, और लोगों को बेहतर सड़क अनुभव मिलेगा। इसके साथ ही, इन सड़कों से व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
आखिर क्यों हैं एक्सप्रेसवे खास?
- समय की बचत: हाईवे और एक्सप्रेसवे के कारण लंबी दूरी का सफर भी आसान और तेज़ हो जाता है।
- आरामदायक सफर: बेहतर सड़कें ड्राइविंग अनुभव को मजेदार बनाती हैं।
- आकर्षक स्थल: रास्ते में रुकने और खूबसूरत लोकेशन देखने का मौका मिलता है।
- टोल कनेक्टिविटी: आधुनिक टोल सिस्टम से गाड़ियों का समय बचता है।
तेजी से हो रहा निर्माण कार्य
मंत्रालय की योजना है कि इन सभी प्रोजेक्ट्स को तय डेडलाइन तक पूरा कर दिया जाए। इसके लिए अलग-अलग फेज में काम हो रहा है। जैसे ही कोई हिस्सा बनकर तैयार होता है, उसे जनता के लिए खोल दिया जाता है। इससे लोगों को तुरंत फायदा मिलने लगता है।
हाईवे प्रोजेक्ट्स से जुड़े राज्य
इन 11 प्रोजेक्ट्स से 16 राज्यों को सीधा फायदा होगा। इनमें दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, और मध्य प्रदेश जैसे राज्य शामिल हैं।